क्या है ध्यान? What is focus?
क्या है ध्यान? What is focus?
ध्यान वह जरिया है जिससे आप गलतियों के होने की सम्भावना को शून्य तक ले जा सकते हैं. आप जब एक जगह बैठे होते हैं तो आपका शरीर तो वहां होता है यह बात ठीक है लेकिन आपका ध्यान भी वही हो या जरूरी नहीं है. मन का स्वभाव चंचल होता है. वह एक जगह से दूसरी जगह विचरण करता रहता है. जब बैठे बैठे कहीं दूसरी जगह के बारे में, व्यक्ति के बारे में, किसी वस्तु के बारे अथवा कहीं और घटी घटना के बारे में सोचते हैं तो आपका शरीर भले ही आपके साथ होता है लेकिन आपका मन आपके साथ नहीं रहता। अब ऐसी अवस्था में आप सामान्यतः किसी वस्तु या शून्य में एक टक देखते रहते हैं और फिर आपके मानस पटल पर आपके मानसिक विचारों का चित्रण शुरू हो जाता है।
जिस वस्तु को एकटक देख रहे होते हैं वह धुंधली होने लगती है. अपना मन बहुत तेजी से आपके विचारों को एक चलचित्र का रूप देना शुरू कर देता है. कई बार तो जब आपको कोई बुलाता है तो आप को उसकी आवाज सुनाई नहीं देती. अगर आपका ध्यान किसी वजह से नहीं टूटता है तो यह गहरा और गहरा होता चला जाता है. आपका ध्यान जितना गहरा होगा उसे तोड़ना किसी के लिए उतना ही कठिन होता है. ऐसी अवस्था में आप सिर्फ जिन्दा रहते हैं और आपकी सभी ज्ञानेन्द्रियाँ निष्क्रियता की ओर धीरे- धीरे बढ़ती है. मतलब यह कि आपको उस समय तक सही से दिखाई देना, सुनाई देना, एहसास होना, स्वाद लेना और सूंघने की क्षमता काफी कम हो जाती है.
आप हिलते तक नहीं है.
यही सब चीजें तब होती हैं जब आप सोते हैं लेकिन फर्क यह होता कि यह ध्यान आपने अपनी मर्जी से किया है और सोते समय यह आपकी मर्जी से बाहर होता है. सोते समय आप जो सपना देखते रहते हैं उसमें जो भावनाएं होती हैं आपका दिमाग उसे एक दम वास्तविक समझता है. अगर सपने में आपके पैर में काँटा चुभ जाता है तो उस दर्द में और वास्तव में होने वाले दर्द में आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा. अगर आप सपने में किसी गड्ढे में गिरते हैं तो आपका शरीर काँप जायेगा. कई लोग तो डर के मारे उठ कर रोने भी लगते हैं.कई बार तो डरावने सपने कमजोर दिल वालों की जान तक ले चुकें हैं.
ध्यान: गलतियों के शून्य होने की सम्भावना का जरिया(Meditation: A way to reduce the possibility of mistakes to zero):
ध्यान एक ऐसा माध्यम है जिससे हम अपने जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देख सकते हैं और गलतियों के होने की सम्भावना को शून्य तक पहुंचा सकते हैं। यह एक आध्यात्मिक अभ्यास है जो शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और हमें अपनी वास्तविकता को समझने का एक माध्यम प्रदान करता है।
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